कहलगांव नगर पंचायत विकास के मामले में फिसड्डी
चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद से कहलगांव नगर पंचायत क्षेत्र का विकास थम गया है। नये बोर्ड के गठन और अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव होने के बाद से विकास की गाड़ी आगे नहीं बढ़ पाई है। आलम यह है कि...
चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद से कहलगांव नगर पंचायत क्षेत्र का विकास थम गया है। नये बोर्ड के गठन और अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव होने के बाद से विकास की गाड़ी आगे नहीं बढ़ पाई है। आलम यह है कि अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महिला पार्षद मुखौटा बन गई हैं तथा उनलोगों के बदले उनके पति और सहयोगी काम कर रहे हैं। नगर पंचायत में वैसे ही लोगों का जमावड़ा लगा रहता है।इस संदर्भ में विरोधी खेमे के पार्षदों की बैठक पार्षद गीता राणा के आवास पर पूर्व नपं अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें अरविंद और गीता के अलावा अंगूरी बेगम, मो. शहनवाज, पासपति देवी, मीना सिंह,भारती देवी आदि शामिल हुए। वैसे तो विरोधी खेमे के पार्षदों ने जनहित और विकास के मुद्दों पर समर्पण और सहयोग का संकल्प व्यक्त किया है। लेकिन चिंता भी जताई कि वर्तमान अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नेतृत्व में विकास नहीं हो पा रहा है। बरसात के पहले नालों की उड़ाही बेहद जरूरी है, जो निकट भविष्य में असंभव दिख रहा है। चुनाव पूर्व रोके गये सड़क-नाला निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों की निविदा के बाद की प्रक्रिया में अप्रत्याशित विलंब हो रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि नये बोर्ड के गठन के बाद पुराने रूके कार्य शीघ्र संपन्न कराए जाएंगे। लेकिन उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। 22 को होने वाली सामान्य बैठक में सभी पार्षदों के शिरकत करने की संभावना है तथा विकास से जुड़े मामले उठाये जाएंगे।