सेना व एनडीआरएफ 5 प्रखंडों में लगी
जिले में आई भीषण बाढ़ केे चलते कई स्थानों पर लोग फंस गये है। जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की तीन टीम एवं सेना की एक टुकड़ी लगी हुयी है। एनडीआरएफ की टीम पांच खंडों में बंट कर अलग-अलग...
जिले में आई भीषण बाढ़ केे चलते कई स्थानों पर लोग फंस गये है। जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की तीन टीम एवं सेना की एक टुकड़ी लगी हुयी है। एनडीआरएफ की टीम पांच खंडों में बंट कर अलग-अलग बचाव कार्य चला रही है। दुर्गम स्थलों में जाकर बाढ़ में फंसे लोगों को टीम लगातार बाहर निकाल रही है। इधर डीपीआरओ सुशील कुमार शर्मा ने डीएम डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे के हवाले से बताया है कि एनडीआरएफ एवं सेना के जवानों को बाढ़ से ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए कार्य पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि गौनाहा प्रखंड में दो नाव एवं दस जवान, मझौलिया प्रखंड में दो नाव एवं 16 जवान, चनपटिया में 5 नाव एवं 86 जवान, भितहां में चार नाव 32 जवान तथा बगहा एक में दो नाव एवं 32 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाये गये है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ एवं सेना के जवानों द्वारा अबतक 21 सौ लोगों को बाढ़ से बचाया गया है। इनके द्वारा लगातार राहत कार्य किया जा रहा है। आम लोगों से सूचना प्राप्त होते ही एनडीआरएफ एवं सेना के जवानों को उन स्थलों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए भेजा जाता है। एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडर विवेक कुमार एवं सेना के कैप्टन चेतन कुमार कर रहे है। 63 सामुदायिक रसोईघर से पके भोजन का वितरण शुरू:बेतिया। जिला के कई प्रखंडों में बाढ़ के चलते समान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच 63 सामुदायिक रसोईघर के माध्यम से पका भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।डीपीआरओ सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि इनमें योगापट्टी प्रखंड में दो, चनपटिया में 18, बगहा दो में एक, नरकटियागंज में 10, गौनाहा में 8, मझौलिया में 5, रामनगर में 14, मैनाटांड़ में एक तथा लौरिया में चार सामुदायिक रसोईघर कार्यरत है। इन रसोईघरों से छ हजार से अधिक व्यक्तियों को पका भोजन उपलब्ध कराया गया है।