औरंगाबाद : वेबसाइट फेल, अभ्यर्थी हो रहे हैं परेशान
औरंगाबाद। संवाद सूत्र। बिहार पुलिस की बहाली के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में अभ्यर्थियों के पसीने छूट रहे हैं। वेबसाइट फेल रहने के कारण अभ्यर्थी खासे परेशान हैं। स्थिति यह है कि 1 अगस्त से फार्म ऑनलाइन...
औरंगाबाद। संवाद सूत्र। बिहार पुलिस की बहाली के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में अभ्यर्थियों के पसीने छूट रहे हैं। वेबसाइट फेल रहने के कारण अभ्यर्थी खासे परेशान हैं। स्थिति यह है कि 1 अगस्त से फार्म ऑनलाइन भरा जा रहा है लेकिन वेबसाइट फेल रहने के कारण मुश्किल से पूरे दिन में 2-4 आवेदन ही ऑनलाइन हो पा रहे हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक ही है और ऐसे में आवेदकों को चिंता सता रही है कि उनका आवेदन ऑनलाइन हो पाएगा या नहीं। बिहार पुलिस का आवेदन ऑनलाइन करने के लिए दो चरण निर्धारित हैं। पहले चरण में अभ्यर्थियों को रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद इन्हें ऑनलाइन पेमेंट करना होता है। पेमेंट करने के बाद मोबाइल पर एक मैसेज आता है जिसमें फार्म खोलने के लिए एक कोड आता है। इस कोड के सहारे अभ्यर्थी फार्म खोल कर उसमें मांगी गई जानकारी को भरते हैं और इसके बाद उसे सबमिट करते हैं। इस प्रक्रिया के बाद अभ्यर्थियों का आवेदन ऑनलाइन होता है। अभी पेमेंट कटने के बाद कई आवेदकों के मोबाइल पर कोड आ ही नहीं रहे हैं। कुछ के मोबाइल पर कोड आ भी रहे हैं तो फार्म नहीं खुल पा रहा है। ऐसे में उनके पैसे बरबाद हो रहे हैं। अभ्यर्थियों के पैसे चले जा रहे हैं बेकार बिहार पुलिस बहाली के आवेदन के लिए 450 रुपए निर्धारित हैं। इसमें 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़ी जा गई है यानि कुल मिलाकर आवेदकों को 520 रुपए का भुगतान करना है। इसके बाद भी फार्म ऑनलाइन की प्रक्रिया पूरी नहीं होने से आवेदकों को काफी परेशानी हो रही है। साइबर कैफे में आए दिन हो रहा है हंगामा बिहार पुलिस के आवेदन को लेकर साइबर कैफे में आए दिन हंगामा हो रहा है। रजिस्ट्रेशन करने के बाद आवेदकों के एकाउंट से पैसे कट जा रहे हैं लेकिन मोबाइल पर मैसेज नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में आवेदकों द्वारा साइबर कैफे संचालकों के साथ बहस की जा रही है। दुकानदार भी इस मामले में कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं। संचालक परवेज आलम ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि अभ्यर्थियों को संतुष्ट कैसे किया जाए। शिकायत करने के लिए वेबसाइट पर नहीं है कोई नंबर वेबसाइट पर शिकायत करने के लिए कोई नंबर उपलब्ध नहीं है। साइबर कैफे संचालकों का कहना है कि आवेदकों के पैसे कट जाने के बाद इसकी शिकायत करने के लिए कोई नंबर उपलब्ध नहीं है। इसके इसमें एडिटिंग की कोई सुविधा नहीं है। यदि अभ्यर्थी एक बार फार्म भर कर उसे सबमिट कर देता है तो फिर उसमें एडिटिंग की कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में आवेदकों को दुबारा फार्म भरने के लिए फिर पहले वाली प्रक्रिया अपनानी पड़ती है और उनके पैसे फिर से लग जाते हैं।