इन उपाय से रिश्तों की डोर को और बनाएं मजबूत
रिश्तों को सहेजकर रखना भी आसान नहीं। रिश्ते नातों में अपनापन बना रहे इसके लिए जरूरी है हमारा व्यवहार और भाग्य का भी साथ। हमारे आसपास की ऊर्जा हमारे व्यक्तत्वि, हमारे व्यवहार को प्रभावित करने लगती है।...
रिश्तों को सहेजकर रखना भी आसान नहीं। रिश्ते नातों में अपनापन बना रहे इसके लिए जरूरी है हमारा व्यवहार और भाग्य का भी साथ। हमारे आसपास की ऊर्जा हमारे व्यक्तत्वि, हमारे व्यवहार को प्रभावित करने लगती है। ऐसे में हमारे आसपास ऊर्जा का संतुलन होना बेहद आवश्यक हो जाता है। वास्तु के इन उपायों से हम ऊर्जा को संतुलित कर अपने रिश्तों की डोर को और मजबूत बना सकते हैं।
अपने घर को साफ और व्यवस्थित रखें। हर चीज की एक जगह तय हो। आपके सोने के कमरे में क्या तस्वीरें हैं, इसका प्रभाव भी आप पर पड़ता है। बेडरूम में जोड़े वाली तस्वीरें जैसे राधा-कृष्ण की तस्वीर को लगाना चाहिए। शयनकक्ष में एक्वेरियम या मछलीघर को नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि शयन कक्ष में इसे रखने से पति-पत्नी के बीच तनाव का माहौल बन जाता है।
बेड का आकार सामान्य होना चाहिए। अनियमित आकार का बिस्तर नहीं होना चाहिए। बिस्तर के नीचे रखी हुई पुरानी सामग्री को हटा दें। शयनकक्ष में बिस्तर के आसपास का क्षेत्र व्यवस्थित होना चाहिए। घर में हल्के रंगों के पेंट का उपयोग करें, जिससे आपका मन शांत रहे। गहरे तथा भड़कीले रंगों से दूर रहें। घर के सभी दरवाजे पूरी तरह से खुलने और बंद होने चाहिए। इनको खोलते या बंद करते वक्त कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। सकारात्मक बने रहने के लिए अपने लिए जो कपड़े उपयुक्त हों, उन्हें ही धारण करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।