दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनी रसोई देती है समस्याओं को जन्म
घर में सबसे महत्वपूर्ण होती है रसोई। यदि रसोई वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा में बनी हो तो उसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। जानिए वास्तु के अनुसार रसोई के नियम और फायदे। - रसोई...
घर में सबसे महत्वपूर्ण होती है रसोई। यदि रसोई वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा में बनी हो तो उसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। जानिए वास्तु के अनुसार रसोई के नियम और फायदे।
- रसोई के लिए घर का आग्नेय कोण अर्थात दक्षिण-पूर्वी दिशा वास्तु के अनुसार सर्वोत्तम रहती है। घर के आग्नेय कोण में स्थित रसोई सुख एवं स्वास्थ्य का कारक होती है। जबकि पूर्व दिशा तथा दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनी रसोई समस्याओं को जन्म देती है।
- यदि आग्नेय कोण यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में रसोईघर की स्थापना सम्भव न हो तो इसे उत्तर-पश्चिमी दिशा वाले भाग में भी बनाया जा सकता है, लेकिन यह ध्यान रहे कि यदि दक्षिण-पूर्व दिशा के बजाय रसोई किसी अन्य दिशा में बनाई जा रही है तो खाना पकाने की स्लैब दक्षिण-पूर्वी कोने में ही बनाया जाए।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)