सक्सेस मंत्र: जीवन में अच्छी शुरुआत के लिए कभी देर नहीं होती
बहुत समय पहले की बात है। एक शहर में एक संत प्रवचन दे रहे थे। इसी बीच एक सेठ खड़ा हुआ और काफी निराश होते हुए बोला कि हे गुरुदेव मैंने काफी मेहनत से पैसे इकट्ठे किए हैं। लेकिन मेरा बेटा उन पैसों की...
बहुत समय पहले की बात है। एक शहर में एक संत प्रवचन दे रहे थे। इसी बीच एक सेठ खड़ा हुआ और काफी निराश होते हुए बोला कि हे गुरुदेव मैंने काफी मेहनत से पैसे इकट्ठे किए हैं। लेकिन मेरा बेटा उन पैसों की कद्र नहीं करता है और बिना कुछ सोचे पैसे खर्च कर देता है। मुझे डर लगता है कि आने वाले समय में जिस रफ्तार से पैसे खर्च कर रहा है, उससे इसके बाद कुछ भी नहीं बचेगा।
संत ने इसपर सवाल किया कि सेठ तुम्हारे पिताजी ने तुम्हारे लिए कितने रुपये छोड़े थे। क्या वे भी तुम्हारी ही तरह काफी धन छोड़कर गए थे। सेठ ने संत के इस सवाल पर जवाब दिया कि उन्होंने तो मेरे लिए धन नहीं छोड़ा था। हालांकि, उन्होंने मुझे संस्कार जरूर दिए थे। वे हमेशा ही मुझे ईमानदारी से पैसे कमाने का गुण देते रहे। वो हमेशा मुझसे जीवन में बेईमानी और केवल मेहनत करने की ही बात कहते थे।
जवाब सुनने के बाद संत ने कहा कि सेठजी तुम्हारे पिता ने तुम्हारे लिए धन नहीं छोड़ बल्कि उसकी जगह अच्छी बातें सिखाईं। इसके अलावा उन्होंने तुम्हें अच्छे गुण दिए जिसकी वजह तुम आगे चलकर इतनी दौलत बना सके। वहीं, इसके विपरीत तुमने अपने बेटे को केवल पैसे ही दिए। कोई अच्छे गुण नहीं दिए।
संत की यह बात सुनकर सेठ ने कहा कि वह हमेशा ही अपने बच्चों को पैसे देने के बारे में सोचता रहा, जबकि सद्गुण देने चाहिए थे। इसपर संत ने जवाब दिया कि अभी भी समय है क्योंकि जीवन में अच्छी शुरुआत के लिए कभी देर नहीं होती है।