राशिफल: 20 अक्टूबर को क्या कहते हैं आपके सितारे
राशिफल: 20 अक्टूबर को क्या कहते हैं आपके सितारे, राशि के अनुसार पढ़ें अपना राशिफल
राशिफल: 20 अक्टूबर को क्या कहते हैं आपके सितारे
राशिफल: 20 अक्टूबर को क्या कहते हैं आपके सितारे, राशि के अनुसार पढ़ें अपना राशिफल
मेष राशि
आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे। धैर्यशीलता में कमी आएगी। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
वृष राशि
क्रोध के अतिरेक से बचें। सम्पत्ति के रखरखाव पर खर्च बढ़ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में कठिनाइयों आ सकती हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
मिथुन राशि
सुस्वादु खानपान में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। वाहन सुख में वृद्धि होगी। अचानक धन प्राप्त हो सकता है। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
कर्क राशि
शैक्षिक एवं शोधादि कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। लेकिन किसी दूसरे स्थान पर भी जाना पड़ सकता है। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
सिंह राशि
किसी पुराने मित्र का आगमन हो सकता है। सुस्वादु खानपान में रुचि रहेगी। नौकरी में अफसरों से मतभेद बढ़ हो सकते हैं। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
कन्या राशि
स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। जीवनसाथी से नोकझोंक हो सकती है। भवन सुख में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
तुला राशि
मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास में कमी आएगी। वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ेंगे। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। संचित धन में वृद्धि होगी। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
वृश्चिक राशि
परिवार की समस्याएं बढ़ सकती हैं। माता का सानिध्य एवं सहयोग मिलेगा। पिता को स्वास्थ्य विकार रहेंगे। सम्पत्ति से आय वृद्धि संभव है। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
धनु राशि
क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों से आय के स्रोत विकसित हो सकते हैं। वाहन सुख में वृद्धि होगी। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
मकर राशि
स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। नौकरी में जिम्मेदारी बढ़ सकती है। अफसरों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। (पं.राघवेंद्र शर्मा)
कुंभ राशि
किसी मित्र के सहयेाग से नौकरी में अवसर मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। आय में वृद्धि होगी। रहन-सहन में असहज रहेंगे।(पं.राघवेंद्र शर्मा)
मीन राशि
आत्मसंयत रहें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। परिवार की समस्या बढ़ सकती हैं। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। (पं.राघवेंद्र शर्मा)