गुप्त नवरात्रि: तंत्र साधना के लिए बेहद विशेष है ये नवरात्रि
25 जून से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है। आषाढ़ मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र मनाई जाती है। इस बार ये 25 जून से 2 जुलाई तक रहेगी। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा की जाती है व विभिन्न...
25 जून से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है। आषाढ़ मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र मनाई जाती है। इस बार ये 25 जून से 2 जुलाई तक रहेगी। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा की जाती है व विभिन्न तंत्र विद्याएं सीखने के लिए इनकी विशेष पूजा होती हैं। तंत्र साधना आदि के लिए गुप्त नवरात्र बेहद विशेष माने जाते हैं। आषाढ़ और माघ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहा जाता है।
प्रतिपदा से लेकर नवमी तक नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि में दस देवीयों मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुन्दरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्न महता, त्रिपुरी भैरवीं, मां धूमावती, माता बगुला मुखी, मातंगी व कमला देवी की पूजा कर अभिष्ट सिद्धियां पाई जा सकती हैं।
ऐसे करें पूजा
इस नवरात्रि के दौरान नौ दिनों के उपवास का संकल्प लेते हुए पहले दिन घटस्थापना करनी चाहिए। घटस्थापना के बाद प्रतिदिन सुबह और शाम के समय मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन के साथ नवरात्र व्रत का उद्यापन करना चाहिए।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)