बच्चे का पढ़ने में नही लगता मन तो करें ये उपाय
सभी माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए हर तरह का त्याग करने को तैयार रहते हैं। कुछ बच्चे सरलता से शिक्षा पूर्ण कर लेते हैं लेकिन कुछ को मेहनत के बाद भी शिक्षा में बाधाओं का...
सभी माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए हर तरह का त्याग करने को तैयार रहते हैं। कुछ बच्चे सरलता से शिक्षा पूर्ण कर लेते हैं लेकिन कुछ को मेहनत के बाद भी शिक्षा में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा बच्चे की जन्मपत्री मे ग्रह-योग के कारण हो सकता है।
जैसे अगर बच्चे की जन्मपत्री मे पंचम भाव उसकी शिक्षा / ज्ञान व उसकी सवाल याद करने की क्षमता का निर्धारण करता है। पंचम भाव का स्वामी गृह पंचमेश निर्बल, दुष्ट ग्रहों से पीडि़त, या पंचमेश पंचम भाव से अष्टम अर्थात लग्न से द्वादश भाव मेंं, या अस्त हो या नीच राशि मेंं हो, तो बच्चे को एग्जाम के दिनों मे परेशानी व शिक्षा प्राप्ति मेंं रुकावटें आती हैं। ऐसे में वह चाहकर भी पढाई की तरफ ध्यान नहीं लगा पाता है। एग्जाम मे वह अपने याद करे सवाल भी भूल जाता है।
ये उपाय लाएंगे बदलाव
अनेक बार घर का वास्तु या पढाई की जगह का वास्तु या नेगेटिव किरणे भी बच्चे को पढाई / एकाग्रता मे परेशान करती है। उसके लिए बच्चे को रुद्राक्ष माला धारण करवा दे। ज्ञान की देवी माता सरस्वती की फोटो बच्चो के पढाई स्थान पर लगा दें, व उनकी पुस्तक मे मोर पंख रखे।
जन्मपत्री मे पंचमेश शुभ, परन्तु निर्बल है तो उससे सम्बंधित गृह का रत्न धारण करवा कर उसकी शक्ति बढ़ाए। यदि पंचमेश नीच का है तो उससे सम्बंधित खाने की वस्तु मंदिर मे दान दे।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)