हर कर्ज से मुक्ति दिलाएगा भौम प्रदोष व्रत
प्रत्येक मास में त्रयोदशी को प्रदोष व्रत का विधान है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस व्रत को रखा जाता है। मंगलवार के दिन आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। मंगलवार के...
प्रत्येक मास में त्रयोदशी को प्रदोष व्रत का विधान है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस व्रत को रखा जाता है। मंगलवार के दिन आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है।
मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत होने पर इस दिन संध्या के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी को बूंदी के लड्डू अर्पित कर प्रसाद बांटें। इस दिन मंगल देवता का स्मरण करने से कर्ज से छुटकारा मिल जाता है।
भौम प्रदोष पर भगवान शिव की आराधना से अशुभ ग्रहों का प्रभाव क्षीण हो जाता है। आरोग्य की प्राप्ति होती है और शरीर ऊर्जावान रहता है। यह व्रत मोक्ष से जोड़ने वाला और अर्थ, काम के बंधनों से मुक्त करने वाला है। भगवान शिव की आराधना से गरीबी, मृत्यु, दुख और ऋणों से मुक्ति मिलती है। प्रदोष व्रत से मनुष्य को शिव धाम की प्राप्ति होती है। प्रदोष व्रत से सभी प्रकार के कष्ट और पाप नष्ट हो जाते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।