राम नवमी 2017: जानें शुभ मुहूर्त से लेकर व्रत और पूजा विधि तक
चैत्र नवरात्रियों के नौवें दिन को राम नवमी के रूप में मनाया जाता है क्योंकि आज के ही दिन भगवान राम मनुष्य का जन्म हुआ था। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि नवमी के स्वयं भगवान विष्णु ने...
चैत्र नवरात्रियों के नौवें दिन को राम नवमी के रूप में मनाया जाता है क्योंकि आज के ही दिन भगवान राम मनुष्य का जन्म हुआ था। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि नवमी के स्वयं भगवान विष्णु ने भगवान राम के नाम से मनुष्य के रूप में औतार लिया था।
पंडितों और ज्योतिषियों के अनुसार इस साल राम नववी 5 अप्रैल दिन बुधवार को मनाई जा रही है। हालांकि कुछ राज्यों में इसे 4 अप्रैल को ही मनाया जा रहा है क्योंकि सरकारी कालेंडर में 4 अप्रैल को ही राम नवमी का अवकाश दिया गया है।
इस बार राम नवमी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त दो दिन मंगलवार और बुधवार को है क्योंकि नवमी मंगलवार से शुरू हो रही है और बुधवार को आधे दिन तक रहेगी।
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आगे पढ़ें राम नवमी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस पर्व का महत्व-
कब से कब तक है राम नवमी?
इस बार राम नवमी का शुभ मुहूर्त बुधवार को सुबह 11:27 बजे से दोपहर 1:54 बजे तक यानी पूजा का शुभ मुहूर्त करीब ढाई घंटा है। हालांकि नवमी की बात करें तो नवमी मंगलवार को 11:20 बजे से बुधवार को 10:03 बजे तक है।
राम नवमी का महत्व
राम नवमी का पर्व और भगवान राम हिन्दू श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। कई कथाओं में ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम, भगवान विष्णु का सातवां अवतार हैं जो त्रेता युग में हुआ था। चैत्र महीने के चंद्रमास में शुक्ल पक्ष की नौवमी तिथि को आस्था और श्रद्धा के प्रतीक भगवान राम के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता हैं। हिन्दू धर्म में लोग भगवान राम को भगवान विष्णु के ही एक रूप में पूजते हैं।
भगवान राम का जन्म अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर हुआ था। राम नवमी के अवसर पर अयोध्या में भक्तों का खास उत्साह देखने को मिलता है। इस दिन लोग अयोध्या की पवित्र सरयू नदी पर स्नान कर भगवान राम की अराधना करते हैं और उनके जन्म का उत्सव बनाना आरम्भ करते हैं।