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सक्सेस मंत्र: खुद पर विश्वास रखेंगे तो जरूर आगे बढ़ेंगे

एक बार की बात है। एक युवक को व्यापार में बहुत नुकसान उठाना पड़ा। उसपर बहुत कर्ज चढ़ गया, तमाम जमीन जायदाद गिरवी रखना पड़ी। दोस्तों ने भी मुंह फेर लिया वह बहुत हताश था। कही से कोई राह नहीं सूझ रही थी।...

सक्सेस मंत्र: खुद पर विश्वास रखेंगे तो जरूर आगे बढ़ेंगे
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 10:43 PM
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एक बार की बात है। एक युवक को व्यापार में बहुत नुकसान उठाना पड़ा। उसपर बहुत कर्ज चढ़ गया, तमाम जमीन जायदाद गिरवी रखना पड़ी। दोस्तों ने भी मुंह फेर लिया वह बहुत हताश था। कही से कोई राह नहीं सूझ रही थी। आशा की कोई किरण दिखाई न देती थी। एक दिन वह एक पार्क में बैठा अपनी परिस्थितियो पर चिंता कर रहा था। तभी एक बुजुर्ग वहां पहुंचे। कपड़ो से और चेहरे से वे काफी अमीर लग रहे थे। बुजुर्ग ने चिंता का कारण पूछा तो उसने अपनी सारी कहानी बता दी। 

बुजुर्ग बोले चिंता मत करो, मेरा नाम जॉन डी रॉकफेलर है। मैं तुम्हे नहीं जानता पर तुम मुझे सच्चे और ईमानदार लग रहे हो। इसलिए मैं तुम्हे दस लाख डॉलर का कर्ज देने को तैयार हूं। फिर जेब से चेकबुक निकाल कर उन्होंने रकम दर्ज की और उस व्यक्ति को देते हुए बोले, नौजवान, आज से ठीक एक साल बाद हम ठीक इसी जगह मिलेंगे। तब तुम मेरा कर्ज चुका देना। इतना कहकर वो चले गए।

युवक चोंक गया। रॉकफेलर तब अमेरिका के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे। युवक को तो भरोसा ही नहीं हो रहा था की उसकी लगभग सारी मुश्किल हल हो गई। घर पहुंचकर वह अपने कर्जो का हिसाब लगाने लगा। अचानक उसके मन में ख्याल आया। उसने सोचा एक अपरिचित व्यक्ति ने मुझपे भरोसा किया, पर मैं खुद पर भरोसा नहीं कर रहा हूं। यह ख्याल आते ही उसने चेक को संभाल कर रख लिया। उसने निश्चय कर लिया की पहले वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगा, पूरी मेहनत करेगा की इस मुश्किल से निकल जाए। उसके बाद भी अगर कोई चारा न बचे तो वो चेक का इस्तेमाल करेगा। उस दिन के बाद युवक ने पूरी महनत की और सारे कर्ज चुकाकर अपनी प्रतिष्ठा को फिर से पा लिया। साल भर बाद तो वो पहले से भी अच्छी स्थिति में था।

निर्धारित दिन ठीक समय वह बगीचे में पहुंच गया। वह चेक लेकर रॉकफ़ेलर की राह देख रहा था की वे दूर से आते दिखे। जब वे पास पहुंचे तो युवक ने बड़ी श्रद्धा से उनका अभिवादन किया। उनकी ओर चेक बढ़ाकर उसने कुछ कहने के लिए मुंह खोल ही था की एक नर्स भागते हुए आई और झपट्टा मरकर वृद्ध को पकड़ लिया। युवक हैरान रह गया। नर्स बोली यह पागल बार-बार पागलखाने से भाग जाता हैं और लोगो को जॉन डी रॉकफेलर के रूप में चेक बांटता फिरता हैं। युवक पहले से भी ज्यादा हैरान रह गया। जिस चेक के बल पर उसने अपना पूरा डूबता कारोबार फिर से खड़ा किया, वह फर्जी था।

वास्तविक जीत हमारे इरादे, हौंसले और प्रयास में ही होती हैं। हम सभी यदि खुद पर विश्वास रखे तो यक़ीनन किसी भी विपरीत परिस्थितियों से निपट सकते है।

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