इस मंदिर में मां सीता पूजन के लिए आया करती थी
चैत्र नवरात्रि कल से शुरु हो रही है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाती है। इस दौरान की गई पूजा काफी फलदायी होती है। नौ दिन की गई पूजा- अर्चना से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है।...
चैत्र नवरात्रि कल से शुरु हो रही है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाती है। इस दौरान की गई पूजा काफी फलदायी होती है। नौ दिन की गई पूजा- अर्चना से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है। वहीं कानपुर के बिरहाना के तपेश्वरी मंदिर में नवरात्र में काफी भीड़ होती है।
बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी मंदिर के बारे में मान्यता है कि इस मंदिर में मां सीता पूजन के लिए आती थी। यहां तक कि इस मंदिर में माता सीता ने लव और कुश का मुण्डन संस्कार भी कराया था। इस मांगलिक कार्य की वजह से माता तपेश्वरी देवी को शहर की प्रमुख देवी माना जाता है। मान्यता के चलते नवरात्र पर इस मंदिर में सबसे अधिक मुण्डन व छेदन संस्कार कराए जाते हैं। मंदिर में माता की प्रतिमा के समक्ष वीर हनुमान की प्रतिमा भी रक्षक के रूप में विराजमान है। पुजारी मानते हैं कि मंदिर में सैकड़ों वर्षों से माता का पूजन हो रहा है। मंदिर में माता सीता जी की ओर से प्रज्जवलित ज्योति के आज भी भक्त दर्शन करते हैं।
यह चढ़ता है प्रसाद - नारियल, मिष्ठान प्रमुख रूप से चढ़ता है।
प्रधानपुजारी शिव मंगल दादा के मुताबिक आस्था के केन्द्र की वजह से मंदिर में नवरात्र में लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं। सीता मइया से जुड़ा इतिहास की वजह से मंदिर की प्रसिद्धि काफी दूर तक हैं।