पति का भरपूर प्यार चाहिए तो पहनें पुखराज
जिस तरह आत्मा के बिना शरीर का कोई मूल्य नहीं, उसी तरह बिना पति सुख स्त्री के जीवन का कोई मूल्य नहीं। पति के साथ ही स्त्री अपने आप को सुरक्षित समझती हैं। एक दूसरे का साथ, विश्वास और समझ ही सुखद...
जिस तरह आत्मा के बिना शरीर का कोई मूल्य नहीं, उसी तरह बिना पति सुख स्त्री के जीवन का कोई मूल्य नहीं। पति के साथ ही स्त्री अपने आप को सुरक्षित समझती हैं। एक दूसरे का साथ, विश्वास और समझ ही सुखद दांपत्य की असली पहचान भी है। कई बार बिना किसी ठोस कारण के भी पति-पत्नी में नहीं बन पाती। स्त्री को अकारण उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है। हो सकता है ऐसा कमजोर बृहस्पति के कारण हो रहा हो।
ज्योर्विद पंकज कुमार जैन (मोदीनगर) बताते हैं कि स्त्रियों की जन्मपत्री मे बृहस्पति (गुरु) गृह पति सुख का कारक होता है। स्त्रियों की जन्मपत्री या हाथों की रेखा मे दूषित बृहस्पति गृह पति सुख में कमी कर देता है या इसमें विलंब करता है। बृहस्पति गृह कमजोर हो तो पीला पुखराज रत्न धारण किया जाना चाहिए। नीच का होने पर बृहस्पति गृह का दान करना चाहिए। कुछ व्यक्ति गृह को मजबूत करने के लिए उसका रत्न या रुद्राक्ष भी पहनते है। साथ ही गृह से सम्बंधित वस्तु दान भी करते हैं लेकिन इससे लाभ न होकर कई बार हानि उठाना पड़ता है। कोई भी रत्न धारण व दान करने से पूर्व किसी ज्योतिषी की राय जरूर लें।