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तारीफ से शर्माना कैसा? ऐसे करें तारीफ का सामना

एक सहकर्मी ने सीमा का प्रोजेक्ट देखकर कहा, ‘यह वाकई काफी अच्छा है, मैंने देखा कि आपने इसमें काफी मेहनत की। काश मैं भी ऐसा कर पाता।’ इस पर सीमा की प्रतिक्रिया थी, ‘नहीं, यह ज्यादा...

तारीफ से शर्माना कैसा? ऐसे करें तारीफ का सामना
हिन्दुस्तान फीचर टीम,नई दिल्लीThu, 22 Jun 2017 01:52 PM
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एक सहकर्मी ने सीमा का प्रोजेक्ट देखकर कहा, ‘यह वाकई काफी अच्छा है, मैंने देखा कि आपने इसमें काफी मेहनत की। काश मैं भी ऐसा कर पाता।’ इस पर सीमा की प्रतिक्रिया थी, ‘नहीं, यह ज्यादा अच्छा नहीं हो पाया। मैं और बेहतर करना चाहती थी। यह काम कोई खास नहीं था, इसे तो आप भी कर सकते हैं।’ ऐसी प्रतिक्रिया देकर सीमा ने अपनी ही योग्यताओं और क्षमताओं को कम करके आंका है। 
अक्सर ऐसे कई उदाहरण सामने आते हैं जहां महिलाएं तारीफ किए जाने पर संकोच महसूस करने लगती हैं। वे यह नहीं समझ पातीं कि संयमित तरीके से वे सराहना का जवाब कैसे दें। सराहे जाने पर कुछ महिलाओं का जवाब होता है कि वे उससे अच्छा कर सकती थीं। वहीं कुछ कहती हैं कि अभी और भी बेहतर किया जाना बाकी है, कुछ विषय बदलकर किसी और चीज के बारे में बात करने लगती हैं। 
इस तरह की प्रतिक्रिया देना न तो हमारे लिए सही है और न ही हमारे करियर के लिए। आमतौर पर जब काम की सराहना होती है, तो ज्यादातर लोग स्वाभाविक तरीके से अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। इसीलिए जब कोई आपकी प्रशंसा करे, तो उसे आप शाबाशी समझकर सही परिपे्रक्ष्य में लें। अगर आपको आपके काम के लिए पहचान मिल रही है, तो सबसे पहले इस बात को स्वीकार करें कि आप उसकी हकदार हैं। इसमें असहज होने या शर्माने की जरूरत नहीं है। आपको अपनी प्रतिक्रिया देने में सजग होने की जरूरत है। 

पोस्चर रहे सही
आप अपनी तारीफ कितने सहज भाव से लेती हैं, यह काफी हद तक आपकी बॉडी लैंग्वेज से जाहिर हो जाता है। सराहना मिलने पर प्रतिक्रिया देते समय अपने हावभाव पर भी ध्यान देना जरूरी है। उदाहरण के तौर पर किसी से सराहना मिलने पर अपने हाथ बांधकर न खड़ी हों या अरुचि दिखाने वाले हावभाव देने से बचें। जब कोई आपकी तारीफ करें तो आंखों से आंखें मिलाएं और चेहरे पर गर्मजोशी का भाव बनाए रखें। इससे यह पता चलता है कि आप सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने से खुश हैं। 

जरूरी नहीं प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया देना 
जब कोई आपकी तारीफ करे तो जरूरी नहीं कि बदले में आप भी उनकी तारीफ करें। हमेशा यही अच्छा रहता है कि आप अपनी प्रतिक्रिया देने में ईमानदार रहें और सराहना को गर्व के साथ स्वीकार करें, क्योंकि इसी के लिए आपने इतनी मेहनत की। जब कोई आपकी तारीफ करे, तो यह वाक्य कहने से बचें, ‘शुक्रिया, लेकिन यह काम आपकी मदद के बिना संभव नहीं हो पाता।’ इसकी जगह आप कह सकती हैं, ‘यह जानकर अच्छा लगता है कि मेरे काम को पहचान मिल रही है और लोग उसकी सराहना कर रहे हैं।’

विषय न बदलें
सराहना किए जाने पर संकोचवश बात बदलने की कोशिश न करें। ऐसा व्यवहार न करें जैसे आपकी सराहना हुई ही नहीं हो। आपके इस व्यवहार से सराहना करने वाला व्यक्ति अपमानित महसूस कर सकता है और इससे आपकी छवि भी प्रभावित होती है। इसलिए जब भी सराहना की जाए, तो उसे पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करें और धन्यवाद कहें।

ऐसे दें प्रतिक्रिया
ज्यादातर स्थितियों में एक अच्छी मुस्कुराहट के साथ धन्यवाद कह देने से काम चल जाता है। कभी प्रशंसा मिलने पर आप उस पर विस्तार से चर्चा भी कर सकती हैं। अगर जरूरी हो तो उसमें किसी अन्य से मिलने वाली मदद का जिक्र भी कर सकती हैं, लेकिन कभी भी प्रशंसा को कम करके न आंकें। अगर आपको सही शब्द नहीं मिल रहे हों, तो आप कह सकती हैं:
अच्छे काम के लिए : धन्यवाद। मैं उम्मीद कर रही थी कि आप ऐसा ही काम चाहते थे और मुझे भी यह काम करने में मजा आया। 
काम की तारीफ के लिए : धन्यवाद, मुझे बोलने/लिखने/डांस करने/ क्रिएटिव काम करने में काफी रुचि है। मुझे खुशी है कि मेरा काम आपको पसंद आया।
जब मदद करने पर कोई धन्यवाद दे :मुझे खुशी है कि मैं आपके काम आ सकी। मुझे अच्छा लगा कि वक्त रहते आपका काम पूरा हो गया।
अगर कोई आपकी कमी बताए: आपने मेरी गलती पर ध्यान दिया, इसके लिए शुक्रिया। आपके सुझाव से मेरा भी ध्यान इस तरफ चला गया।
किसी भी स्थिति में: आपका धन्यवाद। मुझे अच्छा लगा कि आपने इस ओर ध्यान दिया।

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