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रात का खाना, बने नींद का बहाना

हाल ही में पेरिस में हुए एक अध्ययन के मुताबिक खान-पान की आदतों और नींद के बीच गहरा संबंध है। यदि समय पर भोजन किया जाए तो रात को अच्छी तरह सोया जा सकता है। इसके अलावा उसमें रोजाना व्यायाम करने और रात...

रात का खाना, बने नींद का बहाना
हिन्दुस्तान फीचर टीम।,नई दिल्लीTue, 16 May 2017 04:27 PM
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हाल ही में पेरिस में हुए एक अध्ययन के मुताबिक खान-पान की आदतों और नींद के बीच गहरा संबंध है। यदि समय पर भोजन किया जाए तो रात को अच्छी तरह सोया जा सकता है। इसके अलावा उसमें रोजाना व्यायाम करने और रात में प्रकाश फैलाने वाले गैजेट्स से दूर रहने की सलाह दी गई है।

डिनर जरूर करें
रात को उचित मात्रा में भोजन करें, ताकि सुबह तक शरीर को पूरी ऊर्जा मिल सके। विशेषज्ञों के मुताबिक रात का भोजन सुपाच्य होना चाहिए। थाली में मौसमी सब्जियां, दाल और रोटी होनी चाहिए। रात को सोने से दो-तीन घंटे पहले भोजन करें, ताकि भोजन अच्छी तरह से पच जाए। रात के खाने के बाद चहलकदमी करने से भी उसके पचने में मदद मिलती है। 

डिनर में कम हों कार्बोहाइड्रेट्स
प्रोटीनयुक्त भोजन आपकी सतर्कता बढ़ाता है। डिनर में आलू, गेहूं का पास्ता, ब्राउन राइस और दूध से बने कम कार्बोहाइड्रेट्स वाले भोजन खाएं। ये अच्छी नींद में सहायता करते हैं। रात को मीठा खाने से बचें। शर्करा आप में ऊर्जा का संचार करती और थकान दूर करती है, जिससे रात को नींद नहीं आ पाती।

सोते समय आयुर्वेदिक चाय पिएं
प्रकृति ने हमें कुछ ऐसे पौधे दिए हैं, जो हमें मानसिक शांति प्रदान करते हैं। लिन्डन, कैमोमिल, पैशन फूल, हॉप्स आदि कुछ ऐसे ही पौधे हैं, जिनसे तैयार की गई चाय शरीर को नींद के अनुकूल बनाती है।

दोपहर में कैफीन कम लें
जो लोग अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं, वे दोपहर में कैफीन और कैफीन वाले सोडा का सेवन न करें। कोको और चाय का सेवन भी कम मात्रा में करें। कैफीन शरीर में काफी घंटों तक जमा रहती है। कॉफी की अंतिम चुस्की के बाद चार से पांच घंटे तक खून में आधी कैफीन की मात्रा मौजूद रहती है, इसलिए विशेषज्ञों की सलाह है कि शाम 5 बजे के बाद किसी भी रूप में कैफीन न लें।

अल्कोहल न पिएं
अल्कोहल आपकी नींद के लिए सही नहीं है। अल्कोहल पीने के तुरंत बाद तो नींद आ जाती है, लेकिन कुछ घंटों बाद ही नींद टूटने लगती है। आप बार-बार उठने लगते हैं और  बुरे सपने आने शुरू हो जाते हैं।

जरा इधर भी ध्यान दें
0 रोज एक ही वक्त पर सोएं। वीकएंड में सोने की इच्छा ज्यादा होती है, पर समय पर ही उठें। 
0 अगर आप सोने का वक्त बदलना चाहते हैं तो एक ही दिन में न बढ़ा कर हर दिन 15 मिनट बढ़ाएं। अगर आपकी नींद पूरी हो गई होगी तो आप सुबह अलार्म के बगैर ही उठ जाएंगे, पर अगर आप अलार्म की आवाज से भी नहीं उठ पा रहे तो इसका मतलब है कि आपको रात को थोड़ा और पहले सोना होगा।
0 अगर आपकी नींद पूरी नहीं हुई है तो दिन में थोड़ी देर के लिए झपकी ले लें। इससे आप ऊर्जा से भर उठेंगे, नींद की कमी पूरी होगी और आप अनिद्रा के शिकार नहीं होंगे। अगर अनिद्रा से परेशान हैं तो दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच झपकी लें, पर 30 मिनट से ज्यादा नहीं। 

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