माइग्रेन है तो इन बातों से रहें सावधान, ऐसे पहचानें और ये हैं उपचार
आप माइग्रेन को पहचान सकते हैं। सामान्य सिरदर्द सिर के दोनों ओर होता है, लेकिन माइग्रेन होने पर, दर्द केवल एक आंख या कान के पीछे होता है, साथ में मतली, अस्थायी धुंधली दृष्टि और ध्वनि संवेदनशीलता हो...
आप माइग्रेन को पहचान सकते हैं। सामान्य सिरदर्द सिर के दोनों ओर होता है, लेकिन माइग्रेन होने पर, दर्द केवल एक आंख या कान के पीछे होता है, साथ में मतली, अस्थायी धुंधली दृष्टि और ध्वनि संवेदनशीलता हो जाती है।
किन बातों से रहें सावधान
कुछ माइग्रेन पीड़ितों के लिए गर्मियों को सहन करना कठिन हो सकता है। वे सर्दी के मौसम को काफी हद तक सहन कर लेते हैं।
हवाई यात्रा
हवाई यात्रा से बचा जा सकता है, क्योंकि हवा के दबाव में बदलाव होने के कारण माइग्रेन का दर्द उभर सकता है। अकसर हवाई यात्रा करने वालों के लिए मौसम पर नजर रखना उपयोगी होता है।
पराग कणों और घास से एलर्जी
गर्मियों के दौरान पराग कण प्रभावित करते हैं। तूफान पराग कणों को घास और पेड़ों पर फैला देते हैं। पराग कणों से एलर्जी वाले लोगों को ऐसे मौसम में दरवाजे और खिड़कियां बंद रखनी चाहिए।
प्रकाश संवेदनशीलता
माइग्रेन पीड़ित रोशनी को लेकर संवेदनशील होते हैं, इसलिए बाहर जाते समय वे रंगीन धूप के चश्मे का उपयोग कर सकते हैं।
डीहाइड्रेशन
हमारे मस्तिष्क में 85 प्रतिशत पानी होता है। गर्मियों के दौरान काफी पानी शरीर से बाहर निकलता है, जो हमारे शरीर में डीहाइड्रेशन की स्थिति उत्पन्न करता है। डीहाइड्रेशन रक्त संचार को धीमा कर सकता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं और सिरदर्द पैदा हो सकता है। शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखना माइग्रेन से बचने का अच्छा तरीका है।
बदलाव
माइग्रेन पीड़ितों को आमतौर पर दिनचर्या में ज्यादा बदलाव रास नहीं आता। परिवर्तनों के लिए वे अनुकूलित नहीं होते। छुट्टी के दौरान घूमने जाना, अधिक देर तक सोते रहना, असामान्य खाने का समय आदि परेशानी का कारण बन सकता है।
पानी की अधिकता
शरीर का सही इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने के लिए, बहुत अधिक पानी भी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि यह भी सिरदर्द बढ़ा सकता है।
शराब
शराब का अत्यधिक उपयोग सिरदर्द को बढ़ा सकता है, इसलिए बर्फीली ठंडी बीयर या शराब का सेवन करने की कोशिश न करें।
क्या हैं उपचार
0 कैफीन और एल्कोहल जैसे खाद्य पदाथार्ें से बचें, जो सिरदर्द का कारण बनते हैं।
0 निर्धारित दवाएं लें, जिनमें बीपी कम करने वाली व कुछ अन्य दवाएं शामिल हैं।
0 तनाव कम करने के लिए जरूरी उपाय करें।
(बीएलके सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अतुल प्रसाद से की गई बातचीत पर आधारित)