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सिरदर्द को न करें नजरअंदाज

सिरदर्द होना एक आम परेशानी है। आजकल जिस तरह की जीवनशैली है, उससे इस समस्या का होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। बिगड़ी हुई दिनचर्या और जीवनशैली से जिस तरह तनाव, मोटापा और अन्य समस्याएं बढ़ रही हैं, उसी...

सिरदर्द को न करें नजरअंदाज
हिन्दुस्तान फीचर टीम।,नई दिल्लीFri, 23 Jun 2017 06:39 PM
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सिरदर्द होना एक आम परेशानी है। आजकल जिस तरह की जीवनशैली है, उससे इस समस्या का होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। बिगड़ी हुई दिनचर्या और जीवनशैली से जिस तरह तनाव, मोटापा और अन्य समस्याएं बढ़ रही हैं, उसी प्रकार आजकल सिरदर्द की समस्या भी आम होती जा रही है। यूं तो सिरदर्द को लोग किसी बीमारी के रूप में नहीं पहचानते, परंतु यह समस्या इतनी भी मामूली नहीं कि इसे नजरअंदाज कर दिया जाए। श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट के इंटरनल मेडिसिन विभाग की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मनीषा अरोड़ा के अनुसार, अगर रोजाना आपके सिर में दर्द होता है या यह दर्द अधिक समय तक रहता है तो इसे नजरअंदाज न करें। हो सकता है यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो। आमतौर पर लोग सिरदर्द के लिए घर पर ही दर्द निवारक गोलियां या कोई अन्य दवा बिना डॉक्टर की सलाह के खा लेते हैं, जो काफी नुकसानदेह साबित हो सकती हैं।

युवाओं में बढ़ती सिरदर्द की समस्या
सिरदर्द की समस्या वैसे तो हर उम्र के लोगों में होती है, परंतु आज के समय में युवा इस परेशानी से ज्यादा ग्रस्त हो रहे हैं। इसका कारण बिगड़ी दिनचर्या और जीवनशैली तो है ही, मुख्य कारण है लगातार स्मार्टफोन, गेमिंग, इन्टरनेट आदि का इस्तेमाल। आजकल युवा हर समय फोन का इस्तेमाल करते हैं, जिससे आंखों पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है। यही कारण है कि उनके दिमाग की मासपेशियां तनाव में आ जाती हैं, जिससे उन्हें सिर में दर्द होने की परेशानी का सामना करना पड़ता है। 
एक सर्वेक्षण के अनुसार, हमारा मस्तिष्क फोन से निकलने वाले रेडिएशन को काफी सोखता है। यह व्यक्ति के मस्तिष्क के लिए बेहद खतरनाक होता है। यही कारण है कि जब युवा लगातार फोन, इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो उनके सिर में दर्द पैदा होता है।

सिरदर्द के कारण
आमतौर पर सिरदर्द नींद पूरी न होने, दांतों में दर्द होने, थकान होने, गलत दवा लेने, आंखें कमजोर होने पर हो सकता है। इसके अलावा चिंता, तनाव, पेट में गैस का बनना, अनियमित जीवनशैली, खानपान आदि सिरदर्द होने के आम कारण हैं। परंतु सिरदर्द होने का कारण बदलता मौसम भी होता है। कई लोगों में मौसम के बदलने पर सिरदर्द होने की समस्या होने लगती है। यदि सही समय पर डॉक्टर की सलाह न ली जाए तो सिरदर्द किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इस कारण निम्न समस्याएं हो सकती हैं।
0 ब्लड प्रेशर का सामान्य से अधिक होना, जिससे दिमाग की नसों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है।
0 ब्रेन ट्यूमर।
0 ब्रेन हैमरेज।
0 खोपड़ी में तरल पदार्थ का बनना, जिससे मस्तिष्क में सूजन आ सकती है।
0 कार्बन मोनोक्साइड पॉइजनिंग।
0 ब्रेन या ब्रेन के टिश्यू में संक्रमण हो जाना।
0 दिमाग में रक्त पहुंचने वाली आर्टरी में सूजन आना।
0 किसी प्रकार की चोट का लगना, जिससे दिमाग में रिसाव हो सकता है।

मौसम से होने वाला सिरदर्द
मौसम बदलने से आपको वसंत क्लस्टर सिरदर्द, गर्मियों में माइग्रेन या एलर्जी सिरदर्द हो सकता है। मौसम का बदलना लोगों को प्रभावित करता है। जैसे बारिश के मौसम में लोगों को सर्दी, जुखाम हो जाता है, उसी प्रकार कई लोगों को सिर में दर्द की शिकायत हो जाती है, जिसको क्लस्टर हेडेक भी कहा जाता है। हालांकि मौसम के बदलने पर होने वाला सिरदर्द एक सामान्य सिरदर्द है, परंतु कई बार जिन लोगों को माइग्रेन की शिकायत होती है, उनके लिए सिर का दर्द मौसम के बदलने पर काफी खतरनाक होता है।

तरह-तरह के सिरदर्द 
सिरदर्द एक प्रकार का नहीं होता, इसके अनेक प्रकार हैं।

तनाव से सिरदर्द
सिरदर्द तनाव का मुख्य लक्षण है। जब भी व्यक्ति तनाव में होता है, तब उसको सिरदर्द होना कोई आश्चर्य की बात नहीं। चेहरे की मांसपेशियों में समस्या होने पर सिरदर्द होता है।

माइग्रेन
यह सिरदर्द लोगों में ज्यादातर गर्मी के मौसम में बढ़ जाता है। इसकी शुरुआत सिर के एक हिस्से में दर्द से होती है। यह दर्द धीरे-धीरे गर्दन और सिर तक फैल जाता है। यह चार घंटे से अधिक समय के लिए रहता है। आहार की गड़बड़ी माइग्रेन का कारण हो सकती है।

साइनस से सिरदर्द
साइनस सिरदर्द तब होता है, जब आपके साइनस में संक्रमण हो जाता है और उसमें जलन होने लगती है। साइनस में सिरदर्द तेज होता है और कई बार लगातार होता रहता है। यह दर्द ज्यादातर सुबह होता है। साइनस के कारण होने वाले सिरदर्द में आंखों में, गाल में और सिर के अगले हिस्से में दबाव और दर्द होता है, साथ ही इसमें नीचे झुकने पर दर्द बहुत तेज होता है। इसमें ऊपरी दांत में दर्द, बुखार, ठंड लगना, चेहरे पर सूजन आदि की समस्या भी आ जाती है।

कमजोर नजरें
यदि व्यक्ति की नजरें कमजोर हो रही हैं और किसी भी चीज को देखने के लिए उसकी आंखों पर जरूरत से ज्यादा जोर पड़ रहा है तो यह भी सिर में दर्द का कारण बन सकता है। इस अवस्था में नेत्र विशेषज्ञ की सलाह लेने में बिल्कुल भी संकोच न करें।

लक्षण
0 आंख के पीछे या आसपास दर्द होना।
0 दिन में कई बार सिरदर्द का होना।
0 महीनों या हफ्तों तक सिर में दर्द रहना, जिसको क्लस्टर पीरियड भी कहते हैं।
0 हर साल मौसम बदलते ही एक ही समय पर सिर में दर्द होना।

दर्द से बचने के उपाय
0 अधिक समय तक अपने आप को भूखा न रखें। 
0 आंखों पर अधिक दबाव डालने वाले कार्य न करें, जैसे कि लगातार पढ़ना, अधिक देर तक टीवी देखना, वीडियो गेम्स खेलना, कम्प्यूटर पर लगातार काम करना आदि। 
0 चाय, कॉफी का प्रयोग भी कम करें।
0 भोजन में मिर्च-मसाले कम खाएं।
0 गरिष्ठ भोजन और फास्ट फूड से बचें।
0 शराब, सिगरेट, पान मसाला आदि का सेवन बंद कर दें।
0 पौष्टिक भोजन लें। फल और हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें।  
0 तनाव से दूर रहने का प्रयास करें।
0 सीधी धूप और अधिक ठंड से अपने आप को बचा कर रखें।
0 मन को शांत करने के लिए व्यायाम और ध्यान करें। 
0 नींद पूरी करें।

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